लाइफ में कब क्या हो जाए कुछ पता नहीं होता है। ऐसे में फाइनेंशियल एक्सपर्ट लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance) लेने की सलाह देते हैं। लाइफ इंश्योरेंस केवल खुद के लिए ही नहीं बल्कि परिवार की सिक्योरिटी के लिए बहुत जरूरी होता है। हम सेविंग या इन्वेस्टमेंट शादी, पढ़ाई, घर खरीदने के लिए करते हैं पर कभी लाइफ इंश्योरेंस के लिए नहीं करते हैं।
लाइफ इंश्योरेंस की अहमियत हमें तब समझ आती है जब परिवार के मुख्या की मृ्त्यु हो जाती है। मृत्यु कभी भी बता र आती नहीं है। ऐसे में लाइफ इंश्योरेंस सुरक्षा कवच के तौर पर काम करता है। यह सिर्फ पॉलिसी नहीं है बल्कि परिवार का सुरक्षा कवच है। कई लोग लाइफ इंश्योरेंस को इसलिए नहीं लेते हैं क्योंकि उनको लगता है कि इसकी जरूरत बढ़ती उम्र में होती है। जबकि, लाइफ इंश्योरेंस की जरूरत कभी भी पड़ सकती है।
श्री राकेश गोयल, डायरेक्टर–प्रोबस के अनुसार लाइफ इंश्योरेंस कोई ऑप्शन नहीं, बल्कि एक जरूरत है। यह सिर्फ एक प्लान नहीं, बल्कि आपके परिवार के लिए एक मजबूत फाइनेंस सुरक्षा कवच है, जो आपको यह सुकून देता है कि आपकी अनुपस्थिति में भी उनका ख्याल रखा जाएगा। अगर आपने अभी तक लाइफ इंश्योरेंस नहीं लिया है तो हम आपको इसके खतरे के बारे में बताएंगे।
परिवार पर आर्थिक बोझ
लाइफ इंश्योरेंस ने लेना सबसे बड़ा रिस्क है। अगर किसी वजह से अचानक आपकी मौत हो जाती है, तो आपके परिवार पर फाइनेंस बोझ बढ़ सकता है। ऐसे में परिवार के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है। ऐसी स्थिति में परिवार को अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए सेविंग खर्च करनी होती है। यहां तक कि कई बार उन्हें कर्ज तक लेना पड़ सकता है।
कर्ज का बोझ
अगर आपके ऊपर होम लोन, पर्सनल लोन, कार लोन या क्रेडिट कार्ड का कर्ज है और आपके पास जीवन बीमा नहीं है, तो आपकी मृत्यु के बाद इन कर्ज का बोझ आपके परिवार पर आ सकता है। यह स्थिति तब और मुश्किल हो सकती है जब आप परिवार के इकलौते कमाने वाले हैं। श्री राकेश गोयल, डायरेक्टर-प्रोबस ने कहा कि इस तरह के हालात में कई बार समय पर पेमेंट न होने के कारण परिवार को गिरवी रखी संपत्ति तक गंवानी पड़ सकती है। इसके अलावा, उन्हें अनावश्यक कानूनी परेशानी और बकाया बिलों का सामना भी करना पड़ सकता है।